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मैं चमक रही हूं शव बनकर.. मेरा जिस्म मुकम्मल हो गय

मैं चमक रही हूं शव बनकर..
मेरा जिस्म मुकम्मल हो गया..!
मेरे अश्क को 
दरिया कहा लोगों ने...
बस
एक
 यही बात मुझे डुबो गया...!!

©Gudiya Gupta (kavyatri).....
  #अश्कों  का दारिया

#अश्कों का दारिया #शायरी

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