Nojoto: Largest Storytelling Platform

बात समझनी होती है कभी कभी ठोकर सम्भलने को लगता है

बात समझनी होती है
कभी कभी ठोकर सम्भलने को लगता है गिराने को नही !

अब इसलिए भी नही कहना है किसी से दर्द ए दिल अपना
खुदा ने सुनने को भेजा है सुनाने को नही !

©Aarv;
  #sambhalna