Nojoto: Largest Storytelling Platform

*गुनहगार भी तुम हो; और है अदालत तुम्हारी, इलजा़म

*गुनहगार भी तुम हो; और है अदालत तुम्हारी, 
इलजा़म हम पर भी है; और कर रहे हम वका़लत तुम्हारी, 
सुना ही दो अब फैसला; इस पेचीदा मुकदमे का, 
और दिल में क़ैद कर के दे दो; सज़ा में मोहब्बत तुम्हारी...


.

©Amar Shayari
  #adalat my new shayari


#Shayar #Shayari #shayri #Love #Hindi #amarshayari #mohabbat #New #Nojoto
amarchoudhary2789

Amar Shayari

Bronze Star
New Creator

#adalat my new shayari #Shayar Shayari #shayri Love #Hindi #amarshayari #mohabbat #New Nojoto #शायरी

207 Views