माना की तू दूर है मिलने से मजबूर है यादों से बैचेन है पर दिल के राज़ तो खोल दे बहुत तलब लगी है तुझे सुनने की हो सके तो मेरे कानों में अपनी आवाज तो घोल दे #बुंदेला