आज वसंतोत्सव में, आनंद हो,अभिसार हो, स्वाद हो बस स्नेह का, प्यार की बहार हो। एक धुन एक राग, प्रेम के सब तार हो, रंग हो, गुलाल हो, संग प्रीत की बौछार हो। आज वसंतोत्सव में, आनंद हो,अभिसार हो, स्वाद हो बस स्नेह का, प्यार की बहार हो। एक धुन एक राग, प्रेम के सब तार हो, रंग हो, गुलाल हो, संग प्रीत की बौछार हो।