आसमान में उड़ते कुछ परिंदे अक्सर पूछते है हमसे, क् | English शायरी
"आसमान में उड़ते कुछ परिंदे अक्सर पूछते है हमसे,
क्या तुम्हे आज भी इंतज़ार है उसके लौट आने का,
और ये कम्बक्त दिल मुस्कुरा के कहता है उन परिंदों से ,
ऐ नादान परिंदे,
मुझे तो अब तक यक़ीन ना हुआ उसके चले जाने का .......!"
आसमान में उड़ते कुछ परिंदे अक्सर पूछते है हमसे,
क्या तुम्हे आज भी इंतज़ार है उसके लौट आने का,
और ये कम्बक्त दिल मुस्कुरा के कहता है उन परिंदों से ,
ऐ नादान परिंदे,
मुझे तो अब तक यक़ीन ना हुआ उसके चले जाने का .......!