किताबें कहती हैं .... तुम्हारी ख्वाइशों की उम्मीद हु मैं मुझ जैसा कोई कहां मिलेगा रख कर भरोसा कृतघ्न रहोगे "यकीनन" ये जहां तुम्हारे कदमों में खिलेगा । कोशिश लगन मेहनत ही तो मेरी चाह है हो बुलंद अगर हौसले" तो मुस्किल कहां कोई राह हैं । तुम रख कर सब्र मुझे आजमाओ तो सही वक्त रहते जो वक्त ना दे पाए वो हमसफर मैं नहीं अगर मिले वक्त " वक्त रहते! तो एक दफा मुझे आजमाना होकर दूर इस जहां से मुझसे ही दिल लगाना । ©Akash Vats किताबें कहती हैं.... #Books #Poetry #Motivation #author #writes #writer #Quotes #lifestyle #youth ...