सुनसान सड़क सुनसान किनारें खामोश रात ना कोई आहट वहां कौन है जिसकी परछाई से मेरी मेरी पहचान जुड़ी है। वो आज भी सुनसान राहों से गुजराती है। जिसका ख़्याल आज भी इस दिल में जिन्दा है ©#suman singh rajpoot #horrer