Nojoto: Largest Storytelling Platform

लिखती हूँ दिल से जब कलम साथ देती है दर्द की स्याही

लिखती हूँ दिल से जब कलम साथ देती है
दर्द की स्याही से लिखी रचना जन्म लेती है
सुनकर कुछ इन्सान तो हवा में उड़ा देते हैं 
कई तो बहुत अच्छी कह अहसान जता देते हैं
बहुत कम ही लोग दुनिया में सुनते व समझते हैं
मन की लिखावट को सही से सराहते व परखते हैं
कहावत सही यहाँ चरितार्थ होती है
घर की मुर्गी दाल बराबर होती है
पन्नों पर लिखी कविताएँ मेरी रोती हैं
      अच्छाई की कीमत शायद यही होती है..🖊️
#अनु_अजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️
🍁💗🍁💗🍁💗🍁

©Anuradha T Gautam 6280