स्त्रीत्व को समझने के लिए देव या बुद्ध बनना पड़ता हैं समाज को भी राम राज बनना पड़ता हैं पंक्ति अधूरी है.... यात्रा लम्बी है..... दुनिया !! तुम्हें स्त्रीत्व की महक से भरने में अभी वक्त लगेगा !! 🙏🙏🙏