अर्थव्यवस्था हाथ से फिसलती ही जा रही, महंगाई दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही ! विपक्ष विरोध की रस्म अदायगी तक सिमटा है, जनता, बजट बिगड़ने से खून के आँसू बहा पुकार रही.... हे राम... हे राम.. राम राम हरे हरे.. तू ही बता प्रभु.. कैसे जीएं कैसे मरे.... #aaveshvaani #janmannkibaat #prabhu_g #ram #inflation #budget #yqthoughts