कर्ज की है ज़िन्दगी और कर्जे में हम भर रहें कर्ज जो भरे थे हमारे परिजन हर्ज नहीं कि कर्ज है ये हमारा फर्ज है उस कर्ज को हँसते हुए भर रहें हैं हम जो पहले मेरे लिए भरते रहे गार्जियन ©Anushi Ka Pitara #कर्ज #कर्जदार #कर्जकाबोझ #बच्चोंकीख़ातिर #इन्सानियतकेलिए