इन्तेज़ार में तेरे ये दिन वो लम्बी रात लगती है, सुबह तो कब की हो गयी, तु अब मुझे उलझी बात लगती है, 1 से 7 हो गयी सब लेनदार दरवाजे पर हैं, अब उनका खट्खटाना भी मुझे तेरी दस्तक लगती है! ए तन्ख्वाह तुझ बिन न जी पाएन्गे, अगर तु हो तो ज़िन्दगी भी याद रखती है! अब आजा !!#salary #तन्ख्वाह -मन से!! #salary #garibi #paisa #nojotopoetry #nojotoshayri #nojotohumour #nojotoquotes