किसको किसकी ख़बर है कहाँ हूँ मैं आवारा फ़िरता रहता हूँ जहाँ हूँ मैं...! किसी के आवाज़ दीं कहाँ रहते हो घर तो नहीं है मेरा अब कहाँ हूँ मैं..! मेरा किसी से कोई नाता नहीं है यहाँ बस ख़ुद में अकेला हूँ जहाँ हूँ मैं..! तेरे लहज़े से लगता है टूट चुके हो अपनों ने धोखा दिया दूर हूँ जहाँ हूँ मैं..!! ©Shreyansh Gaurav #HandsOn शायरी वीडियो शायरी हिंदी शायरी लव '15 अगस्त पर शायरी' शायरी लव रोमांटिक