बेदर्द जिंदगी से मासूमियत बचाए रक्खी है हैवानों के शहर में इंसानियत बचाए रक्खी है टूटे हैं मगर झुकना नहीं सीखा हमने बड़ी मुश्किल से ये खासियत बचाए रक्खी है आशीष त्रिपाठी ©Ashish Tripathi #cloud