दोस्ती करनी है तो किताबो से करो ए-दिल-ए-एतबार। कुछ बनाकर तो जायेगी, वर्ना ये सोना बाबू थाना थाया या नहीं से घंटा फर्क नहीं पड़ना हैं। love books and books so much