#OpenPoetry कोई है ............? कोई है जो मेरे ख्यालों में, बेवक्त आया जाया करती हैं। मैंने तो इसे बुलाया नहीं, फिर क्यूँ हर वक्त चली आती है। अब तो ख्वाबों से रिश्ता ना रहा मेरा, अब ये ख्वाब फरेब लगते हैं। हां देखा है मैंने उसे, बड़ी मासूम और खूबसूरत लगती हैं। शायद यही तो अंदाज है उसकी, जो मुझे सारी रात जगाती है। हाँ मुलाकातें होती है कभी-कभी , अक्सर वो नजरों के सामने होती है। ना मैं कुछ कहता हूं, और ना वो कुछ कहती हैं। बस कुछ देर नजरें मिलाकर, नजरों के सामने से गुजर जाती है। अजब कसक है उसकी आंखों में, जो हर वक्त मुझे सताती है। कोई है जो मेरे ख्यालों में , बेवक्त आया जाया करती हैं ।। सपने यकीनन बहुत खूबसूरत होती हैं। पर हकीकते ये जमी़ कुछ और होती हैं Satyam......... कोई है ............? कोई है जो मेरे ख्यालों मे.....