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satyendrameravi3231
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Satyendra Meravi

" तुमसे मिली जो जिंदगी, हमने अभी बोई नहीं..! तेरे सिवा कोई न था, तेरे सिवा कोई नहीं..!!

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Satyendra Meravi

Dear Ex हाँ मैं जानता हूं
हुई होगी मुझसे कोई खता 
जो तुम मुझसे हो खफा .... 
       मेरी खुशियां तुमसे है मेरी जांँ .... ... 
तुम खुश रहना हर दफा  ।।





                         Satyam..... Dear ex.......

Dear ex.......

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Satyendra Meravi

अकेले सी जिंदगी तुम्हारे एहसासों के आलम में 
ऐसे जीते हैं  मानों बन्धे हुये हों जैसे तेरे दामन में 
कितनी मुहब्बत है तुमसे 
अफसोस ये तुमसे कह भी नहीं सकते 
 बेशक लाखों होंगे तुम्हारे चाहने वाले 
यकिन मानियेगा मुझ जैसा कोई भी ना होगा 
इस कदर तुमको चाहने वालो में 
राते कट जाती है 
बस तुम्हारी ही ख्यालो पे
कोई गिला शिकवा नहीं तुमसे 
 अगर न दिखो मुझे इन दिन के ऊजालो में 
ये सोच कर रोज मुलाकात होती है ख्वाबो पे 
तुम्हारी यादो में ना जाने कितने किताबे लिख दिये मैंने
ये एहसास कम पडे़गें तुम्हें जताने में 
बड़ी अजीब एहसास हो तुम 
करीब होती हो तो 
तुमसे नजर चुराता हूँ
दूर जाती हो तो 
बस तुझे ढूंढता हूं
सच में बड़ी अजीब है ये एहसास
कल अगर मिलो हो तो शायद कह पाऊं 
किस कदर बिताए हैं मैने हर लम्हे हर एहसास ek ehsaas...

ek ehsaas...

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Satyendra Meravi

मैं क्या पाया क्या खोया हूं
ये सब वक्त पर छोड़ देता हूं।। #####

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Satyendra Meravi

जल रहा है देश हमारा
      उग्र पंथी आक्रोशों से 
        सर्वत्र फैल रही है विश पुराना
      जिहाद रंग है जनमानस में 
    क्या अभिव्यक्ति की आजादी का
          हो रहा है सर्व विनाश 
        फिर क्यों हाथ में मशालें 
    और चारों तरफ हो रहा विनाश ।।
    ये वक्त नहीं बारूद और तलवारों का
     संवैधानिक लोकतांत्रिक देश है हमारा
       आओ सामने न्याय मंच पर
         होगी समस्या का निदान
कलम कागज और संविधान की बातों पर ।। विरोध या विद्रोह......

विरोध या विद्रोह...... #poem

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Satyendra Meravi

नब्ज छूकर चला गया कोई
कहा बीमारी..... दिल का है।। रोग....

रोग....

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Satyendra Meravi

हमें बेदर्द कहती हो।
और खुद हमारे टूटने पर हंसती हो।
चलो हम भी मान गये...
तुम मजाक अच्छा करती हो। ## तुम मजाक अच्छा करती हो।##

## तुम मजाक अच्छा करती हो।##

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Satyendra Meravi

दिल अब भी खाली है
अभी ये भरा नहीं
इंतजार तुम्हारा ही तो है
लौट आओ..........
अब भी कुछ बदला नहीं
              दिल अब भी खाली है ।। बस इंतज़ार....

बस इंतज़ार....

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Satyendra Meravi

जीवन में कुछ हासिल हो या ना हो....
बस एक अच्छा इंसान होना
 बहुत जरूरी है...
ईश्वर हर जगह है
वो हर इंसान को तराश कर
उसे उसके मंजिल तक ले जाते हैं
                        अगर नियत अच्छी हो तो
                         खुदा भी हार मान जाते हैं
         कहीं सुना था
                                  भगवान के घर देर है अंधेर नहीं
      अपने सपनों को ऐसे जियो
            की वो सपना नहीं हकीकत लगे
            किरदार जो कुछ भी हो तुम्हारा
पर देखने वालों को ...
           आपका कैरेक्टर परफेक्ट लगे।।
              मैं मीलों का सफर 
                     दौड़कर पूरा कर लेता हूं
                              इसलिए नहीं कि मैं थकता नहीं
              हाँ मैं पूरा करता हूं 
                      क्योंकि मैं रुकता नहीं....i
                        Never give up 
मंजिल दूर नहीं
माफ कीजिएगा...
हमने तो अभी तक ठीक से चला भी नहीं..!!
           हां मैं जानता हूं
                         अब तक मैं कुछ भी तो नही
             ये जरूरी नहीं की
                        कल भी मैं कुछ भी नहीं...
 हां मुझे नींद नहीं आते
   जिसे आप बीमारी कहते हैं
           जिनके सपने बड़े होते हैं जनाब
 उनके लिए नींद अक्सर..
कम पड़ ही जाते हैं।।
              
                           जिनके ख्वाब बड़े होते हैं 
                                 वो सो - कर ख्वाब नहीं देखते
                                      वो जाग कर उसे पूरा करते हैं..।।

      Satyam fight for success....

fight for success.... #Quote

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Satyendra Meravi

थक सा गया हूं.........मैं।। 
         थक सा गया हूं मैं भागते -भागते
         तेरे ख्वाबों के पीछे
               मंजिल रुख़सत सी हो रही
               ख्वाब धुंधले हो रहे
               भटकने लगे जो हम रास्ते किससे पूछें
               थक सा गया हूं मैं 
               तेरे एहसास समेटते-समेटते
     क्या यही हश्ल होना है मेरे इश्क का
    क्या यही शक्ल है मेरे ख्वाब का
    कोई बड़े ख्वाब नहीं मेरे
    दो पल की खुशियाँ संग जीना है तेरे
    मेरी खामोशी किस तरह बयां करूं
    जो चीखती है साथ पाने को तेरे
                वक्त अब ठहरती नहीं
                ये पहले गुजर जाती है
                कुछ कह सकूं जो ख्वाब है मेरे
                हकीकत यही है दूरियां बढ़ जायेगी
                पर अब यादें तेरी और गहरी हो जायेगी
   हां
       थक सा गया हूं भागते-भागते तेरे ख्वाबों के पीछे
       हां थक सा गया हूं तेरे एहसास समेटते-समेटते।।
                      💔 थक सा गया हूँ मैं.....

थक सा गया हूँ मैं..... #poem

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Satyendra Meravi

आज रंग बादलों का सुनहरा सा लगता है
शायद ये भी मेरी तरह.....
किसी के इंतजार में सज- धज कर बैठा है
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