वालिद की तो फिरत ही होती है ओलाद की परवाह करना और एक हम है कि उसे पाबंदी समझ बैठें हाय! ये कैसी गलत फेमी हम अपने जहन में पाल बैठें । ©seema komre वालिद #Memories