तनक देर लो ठंडी रई गदबद दे के चली गई जैसई देखी उने जरकन उकी आंख लगी है फरकन।। गदबद दे के चली गई जेसई देखी उने आगी लेके कोहरा बा तो भागी गदबद दे के चली गई वैसे तो दुखत्ते घूंटा ऊँ के तनक तनक में लौटत्ति आयी मरवे कि बारी सो गदबद दे के चली गई Mahendra kumar #bundeli