दुनिया ये सुन्दर होती सुहानी। अपना बनाती सदा मीठी वाणी॥ वाणी का अमृत विष को मिटाए। शुरू होती है नव सृजन कहानी॥ काला काक काटे कोयल प्रिय लागे मधुरता की दुनिया सभी हो दीवानी॥ व्यवहार सबका संस्कार बताए। परिवार- रीति जाए पहचानी॥ ©purvarth #वाणी_का_महत्व