Nojoto: Largest Storytelling Platform

शुष्क ठंढी हवायें है, और मौसम बदल रहा है। बिखरी ब

शुष्क ठंढी हवायें है,
और मौसम बदल रहा है।

बिखरी बिखरी सी फिजायें है,
तन मन बहक रहा है।

आने वाली है फुहार कुहाश की,
 ये मन हरषु मचल रहा है। 

(🌹💐मेरे कलम से 💐🌹)

©M.K. kanaujiya
  #बिखरी बिखरी सी

#बिखरी बिखरी सी

29,648 Views