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मनुष्य का अस्तित्व सिर्फ और सिर्फ प्रकृति में निह

मनुष्य का अस्तित्व
 सिर्फ और सिर्फ प्रकृति में निहित है,,
इसके अलावा
 विकास ,शिक्षा, साइंस, टेक्नोलॉजी, सभी  प्रत्यक्ष रूप से पृथ्वी 
और पर्यावरण को नष्ट करने वाले और अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य के वजूद को मिटाने वाले प्रक्रम है,,
इसलिए ,,,
प्रकृति का संरक्षण कीजिए अगर आप मनुष्य हैं तो!!!

#विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस,,,,

©Rakesh frnds4ever #मनुष्य  का अस्तित्व
 सिर्फ और सिर्फ #प्रकृति  में निहित है,,
इसके अलावा
 #विकास , #शिक्षा , #साइंस , #टेक्नोलॉजी , सभी  प्रत्यक्ष रूप से #पृथ्वी 
और #पर्यावरण को #नष्ट  करने वाले और अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य के वजूद को मिटाने वाले प्रक्रम है,,
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मनुष्य का अस्तित्व
 सिर्फ और सिर्फ प्रकृति में निहित है,,
इसके अलावा
 विकास ,शिक्षा, साइंस, टेक्नोलॉजी, सभी  प्रत्यक्ष रूप से पृथ्वी 
और पर्यावरण को नष्ट करने वाले और अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य के वजूद को मिटाने वाले प्रक्रम है,,
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 सिर्फ और सिर्फ #प्रकृति  में निहित है,,
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और #पर्यावरण को #नष्ट  करने वाले और अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य के वजूद को मिटाने वाले प्रक्रम है,,
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