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rakeshfrnds4ever9068
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Rakesh frnds4ever

मत पूछ कि क्या हाल है मेरा तेरे आगे,,तू ये देख कि क्या रंग है तेरा मेरे आगे।।।।।।।।।

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Rakesh frnds4ever

मुझे समझने में मुझे खुद

,,,,,,,मुझसे ,,, मुझको,,,,,,

मेरे लिए मिलने में जमाने बीत चुके,,,,,

पर ना जाने,,,

क्या मैं कभी खुद

मुझसे ,,, मुझमें,,,, मुझको,,,

मिला पाऊंगा!??!?!!
ढूंढ पाऊंगा!!!??!!!
समझ पाऊंगा!!????!!!

©Rakesh frnds4ever
  #Myself 
#मुझे  समझने में मुझे #खुद 

,,,,,,,मुझसे ,,, #मुझको ,,,,,,

#मेरे लिए मिलने में #जमाने बीत चुके,,,,,

पर ना जाने,,,

#Myself #मुझे समझने में मुझे #खुद ,,,,,,,मुझसे ,,, #मुझको ,,,,,, #मेरे लिए मिलने में #जमाने बीत चुके,,,,, पर ना जाने,,, #मैं #मुझमें #कोट्स

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Rakesh frnds4ever

Men walking on dark street आंखों के द्वार पार

जाने क्यों आंखें झांक लेती हैं

उस पार

जानें क्यों

बुद्धू सी बुद्धि 

के तार

भांप जाते हैं

औरों के

विचारों के आर पार,,,.....

©Rakesh frnds4ever #Life_Experiences 

#आंखों  के #द्वार पार

जाने क्यों आंखें #झांक  लेती हैं

उस पार

#Life_Experiences #आंखों के #द्वार पार जाने क्यों आंखें #झांक लेती हैं उस पार #औरों #बुद्धि #विचारों #बुद्धू #कोट्स

12 Love

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Rakesh frnds4ever

Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. रंग बिरंगी दुनिया के 
सब रंगो वालों के 
रंग मे
 रंगता जरूर हूं 
मगर
 रंग (बुराई) का 
इक भी दूसरा 
चढ़ता नहीं है मुझ पर,,,
इस कदर
 सादगी समाई है मुझमें

©Rakesh frnds4ever
  #holi2024 #रंग  बिरंगी #दुनिया  के 
सब रंगो वालों के 
रंग मे
 #रंगता  जरूर हूं 
मगर
 रंग (बुराई) का 
इक भी दूसरा 
चढ़ता नहीं है #मुझ  पर,,,

#holi2024 #रंग बिरंगी #दुनिया के सब रंगो वालों के रंग मे #रंगता जरूर हूं मगर रंग (बुराई) का इक भी दूसरा चढ़ता नहीं है #मुझ पर,,, #समाज #कदर #मुझमें #सादगी #है  #rkysky

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Rakesh frnds4ever

रात में सोने के समय ख्वाबों, यादों की तितलियां मेरे सिरहाने आ बैठती हैं
पंख फड़फड़ाती हैं, उड़ना चाहती हैं
गीली ,मुलायम और सुलगते हुए अहसास वाली ये तितलियां जाने क्यों आंखे गीली और मन को भिगो जाती हैं,,,


कभी जो छूने की कोशिश करो , तो पंख फड़फड़ा, झटपटाती हुई उड़ जाती हैं, 
वक्त के मानिंद हाथ नहीं आने वाली ये तितलियां 
यादें पीछे छोड़ते हुए खुद याद बन जाती हैं,,


हर रात नींद की आगोस में,
 जीवन के टूटते बिखरते सपनों, खब्बों, यादों में विचरने वाली इन  मायूस तितलियों को 
अपने सिरहाने खोजता रहता हूं मैं,,,,....

©Rakesh frnds4ever
  #Titliyaan 
रात में सोने के समय ख्वाबों, #यादों  की #तितलियां  मेरे सिरहाने आ बैठती हैं
#पंख  फड़फड़ाती हैं, उड़ना चाहती हैं
गीली ,मुलायम और सुलगते हुए अहसास वाली ये तितलियां जाने क्यों आंखे गीली और मन को भिगो जाती हैं,,,


कभी जो #छूने  की कोशिश करो , तो पंख फड़फड़ा, झटपटाती हुई उड़ जाती हैं, 
वक्त के मानिंद हाथ नहीं आने वाली ये तितलियां

#Titliyaan रात में सोने के समय ख्वाबों, #यादों की #तितलियां मेरे सिरहाने आ बैठती हैं #पंख फड़फड़ाती हैं, उड़ना चाहती हैं गीली ,मुलायम और सुलगते हुए अहसास वाली ये तितलियां जाने क्यों आंखे गीली और मन को भिगो जाती हैं,,, कभी जो #छूने की कोशिश करो , तो पंख फड़फड़ा, झटपटाती हुई उड़ जाती हैं, वक्त के मानिंद हाथ नहीं आने वाली ये तितलियां #जीवन #ज़िन्दगी #मायूस #विचरने #rakeshfrnds4ever

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Rakesh frnds4ever

जब मन बैचैन ना हो,,,,,,,,,,,,,,,,तन परेशान ना हो
जब आंखो में उदासी ना हो,,,,,,,,,,,,,चेहरे पर मायूसी ना हो
होठों पर चुप्पी ना हो,,,,,,,,,,,,,,उलझने जब गुत्थी ना हों
जब मस्तक चिंतित ना हो,,,,,,,,,,भौहें विचंभित ना हों

जब पलकें भारी ना हो,,
खुद के आसुओं से छल जारी ना हो
जब शरीर में थकान ना हो,,,,,,, बेवजह/बेफालतू आफत में जान ना हो

जब विचारों में स्थिलता हो,,,,,,,,,मस्तिष्क में निश्छलता हो
जब आत्मा पवित्र हो,,,,,,,,,,, सादा  सदचरित्र हो
जब व्यवहार में अपनता हो,,,,,,,,,,,,,,,दिल में दयालुता हो

जब मन तन शरीर आत्मा दिल दिमाग 
सभी में शांति,विश्राम,सकूं,आराम हो
,,,,,
,,,
उस पल/क्षण/घड़ी/समय/अवस्था 
उसका इंतजार है,,,....

©Rakesh frnds4ever
  #uskaintezaar 
जब #मन बैचैन ना हो,, #तन  परेशान ना हो
जब आंखो में #उदासी  ना हो,,,चेहरे पर #मायूसी  ना हो
होठों पर चुप्पी ना हो,,,उलझने जब गुत्थी ना हों
जब मस्तक #चिंतित  ना हो,,भौहें विचंभित ना हों
जब पलकें भारी ना हो,,खुद के #आसुओं  से छल जारी ना हो
जब शरीर में थकान ना हो,, बेवजह/बेफालतू आफत में जान  ना हो
जब विचारों में स्थिलता हो,,मस्तिष्क में निश्छलता हो

#uskaintezaar जब #मन बैचैन ना हो,, #तन परेशान ना हो जब आंखो में #उदासी ना हो,,,चेहरे पर #मायूसी ना हो होठों पर चुप्पी ना हो,,,उलझने जब गुत्थी ना हों जब मस्तक #चिंतित ना हो,,भौहें विचंभित ना हों जब पलकें भारी ना हो,,खुद के #आसुओं से छल जारी ना हो जब शरीर में थकान ना हो,, बेवजह/बेफालतू आफत में जान ना हो जब विचारों में स्थिलता हो,,मस्तिष्क में निश्छलता हो #दिल #आत्मा #ज़िन्दगी #rakeshfrnds4ever

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Rakesh frnds4ever

यादें याद रहती हैं,, बातें भूल जाती हैं,,

इक अच्छी यादाश्त या स्मरण शक्ति (Memory)भी 
बहुत हानिकारक होती है

हर ,,,अच्छी ,बुरी भली, इसकी उसकी, 

ऐसी वैसी ,जैसी तैसी, 

यहां वहां की,

इधर उधर की,आगे पीछे की, 

और लोगों के अनुरूप हर तरीके की 

कही अनकही, 

सुनी सुनाई ,

बोली बतलाई गई

 सभी बातें ,,,,,
किस्से ,वाकिया सब कुछ 

जैसे की तैसी जहन में संरक्षित रखती हैं


कसमें वादे प्यार वफ़ा सब बातें हैं 
बातों का क्या??
कोई नही है किसी का जग में
ये, जूठे नाते हैं
नातों का क्या???,,,

©Rakesh frnds4ever
  #yaadein 
#यादें  याद रहती हैं,, 
#बातें  भूल जाती हैं,,

इक अच्छी #यादाश्त या स्मरण शक्ति (Memory)भी 
बहुत हानिकारक होती है

हर ,,अच्छी ,बुरी भली,

#yaadein #यादें याद रहती हैं,, #बातें भूल जाती हैं,, इक अच्छी #यादाश्त या स्मरण शक्ति (Memory)भी बहुत हानिकारक होती है हर ,,अच्छी ,बुरी भली, #प्यार #ज़िन्दगी #कही_अनकही #rakeshfrnds4ever #इसकी_उसकी #ऐसी_वैसी #जूठे_नाते

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Rakesh frnds4ever

विश्व की श्रेष्ठतम भाषा 
जिसमें विचारों की अभिव्यक्ति व सृजनशीलता 
सहज,स्वाभाविक एवम् स्पष्ट है
ऐसी भाषा जो विकारों एवम व्याधियों को दूर करती है
जिसके उच्चारण मात्र से रोगों से मुक्ति मिलती है
ऐसी भाषा जो आपको
सभ्य, संस्कारी ओर सदाचारी इंसान बनाती है 
जो आपकी संस्कृति सभ्यता का मूल है,,
जो की  विश्व की इंसान को जानवर बनाने वाली
 पाश्चात्य रद्दी भाषा 
अंग्रेजी की तरह चोरी की नहीं है,,...
हिंदी है हम वतन हैं,,....

©Rakesh frnds4ever
  #Hindidiwas 
#विश्वहिंदीदिवस
 #विश्व  की श्रेष्ठतम  #भाषा  
जिसमें विचारों की अभिव्यक्ति व #सृजनशीलता 
सहज,स्वाभाविक एवम् स्पष्ट है
ऐसी भाषा जो विकारों एवम व्याधियों को दूर करती है
जिसके उच्चारण मात्र से रोगों से मुक्ति मिलती है
ऐसी भाषा जो आपको

#Hindidiwas #विश्वहिंदीदिवस #विश्व की श्रेष्ठतम #भाषा जिसमें विचारों की अभिव्यक्ति व #सृजनशीलता सहज,स्वाभाविक एवम् स्पष्ट है ऐसी भाषा जो विकारों एवम व्याधियों को दूर करती है जिसके उच्चारण मात्र से रोगों से मुक्ति मिलती है ऐसी भाषा जो आपको #समाज #संस्कारी #संस्कृति #सभ्य #सभ्यता #rakeshfrnds4ever

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Rakesh frnds4ever

हाथों की लकीरों में ना जाने क्या लिखा है,,
अनगिनत लोगों के दरमियान भी
हरदम एकेले होता हूं
ना जाने कितने हाथों ने छोड़ा है इन हाथों को
ना जाने कितनी ही बार 
किसी के हाथों को पकड़ने के हर प्रयास विफल रहे हैं
 कभी कहीं कोई अपनेपन का स्पर्श
 महसूस नही किया है इन हथेलियों ने

हर बार 
स्नेह, प्यार, दुलार, साथ, दयालुता, सहयोग,
भावात्मक, अपन्वतव, ओर सभी सकारात्मक
स्पर्शों से वंचित रही हैं ये हथेलियां और अंगुलिया
 काश  कोई  इक बार तो कम से कम
काश कोई थाम ले इन्हें
कब तक ये हमेशा छूटते रहेंगे, टूटते रहेंगे,
कापतें रहेंगे , बिखरते रहेगें,,,....

©Rakesh frnds4ever
  #sparsh 
#हाथोंकीलकीरों में ना जाने क्या लिखा है,,
अनगिनत लोगों के दरमियान  भी हरदम एकेले होता हूं
ना जाने कितने हाथों  ने छोड़ा है इन हाथों को
ना जाने कितनी ही बार 
किसी के हाथों को पकड़ने के हर प्रयास विफल रहे हैं
 कभी कहीं कोई #अपनेपन  का #स्पर्श 
 #महसूस  नही किया है इन #हथेलियों  ने

#sparsh #हाथोंकीलकीरों में ना जाने क्या लिखा है,, अनगिनत लोगों के दरमियान भी हरदम एकेले होता हूं ना जाने कितने हाथों ने छोड़ा है इन हाथों को ना जाने कितनी ही बार किसी के हाथों को पकड़ने के हर प्रयास विफल रहे हैं कभी कहीं कोई #अपनेपन का #स्पर्श #महसूस नही किया है इन #हथेलियों ने #प्यार #ज़िन्दगी #स्नेह #थाम #rakeshfrnds4ever

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Rakesh frnds4ever

सुनहले सपनों के सुनहरे दृश्य

पलकों पर ठहरे 
चिंताओं, समस्याओं ,परेशानियों के

दुनिया समाज द्वारा उत्पन
 व दूषित किए बादलों के बोझ को 

कुछ पल  के लिए मरहम रूपी हवा के झोकों की तरह 
कुछ क्षण के लिए हल्का कर देते हैं

परंतु जैसे ही निद्रा टूटती है,
स्वपन टूटता है

ये मन, ये तन, ये मस्तिष्क और ये शरीर
सभी वास्तविक स्थिति में आते ही

ये भी टूटकर बिखरने लगते हैं,,,...

©Rakesh frnds4ever
  #Sunhera 
#सुनहलेसपनों  के #सुनहरे  दृश्य
पलकों पर ठहरे 
#चिंताओं , #समस्याओं  ,परेशानियों के
#दुनिया_समाज  द्वारा उत्पन
 व दूषित किए बादलों के बोझ को 
#कुछपल   के लिए मरहम रूपी हवा के झोकों की तरह 
कुछ क्षण के लिए हल्का कर देते हैं

#Sunhera #सुनहलेसपनों के #सुनहरे दृश्य पलकों पर ठहरे #चिंताओं , #समस्याओं ,परेशानियों के #दुनिया_समाज द्वारा उत्पन व दूषित किए बादलों के बोझ को #कुछपल के लिए मरहम रूपी हवा के झोकों की तरह कुछ क्षण के लिए हल्का कर देते हैं #मन #ज़िन्दगी #स्वपन #rakeshfrnds4ever

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Rakesh frnds4ever

अधरं मधुरं वदनं मधुरं 

नयनं मधुरं हसितं  मधुरं ।

हृदयं मधुरं गमनं मधुरं

 मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।

वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्। 

देवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दे

जगद्गुरुम् ।।

©Rakesh frnds4ever
  #janmashtami 
#अधरं #मधुरं  #वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं ।

#हृदयं  मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं

मधुरम् ।।

#वसुदेवसुतं #देवं

#janmashtami #अधरं #मधुरं #वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरं । #हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।। #वसुदेवसुतं #देवं #जन्माष्टमी #देवकी #पौराणिककथा #कृष्णं

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