इस बात की फिक्र नहीं कि कौन साथ है, फिक्र इस बात की है कि तुम हाथ मत छोड़ना। जब थक जाऊँ चलते चलते, तब सिर रखने के लिए थोड़ी जगह दे देना। जहाँ मुश्किल हो जाए जीने की वजह ढूंढना, एक बार अपने होने का एहसास करा देना। जहाँ न मिल रहा हो कोई भी आस पास, उस बेचैनी में कुछ वक्त के लिए गले मिल लेना। बेकल रातें तो बहुत देखी हैं आँखों ने, आखिरी सुकून की नींद तुम दे देना। ©Ananta Dasgupta #Shiva #relief #healer #anantadasgupta #loner