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चराग़ों को आँखों में महफूज़ रखना, बड़ी दूर तक रात

चराग़ों को आँखों में महफूज़ रखना,
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी..!
मुसाफ़िर हो तुम भी मुसाफ़िर हैं हम भी,
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी..!!

©Rajendra Prasad Dohare
  #मुलाकात