Nojoto: Largest Storytelling Platform

पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में

पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में छुपा जाता है वो सच्चा व्यक्तित्व। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों के पीछे, हमें सबक सिखाने की क्षमता छिपी होती है। उनकी ममता और चिंता का अहसास, हमें जीवन की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूक करता है। पिता का प्रेम स्थायी और अथक होता है, हमें हर कदम पर साथ देने का आशीर्वाद देता है।

©रोहन बिष्ट
  #पिता पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में छुपा जाता है वो सच्चा व्यक्तित्व। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों के पीछे, हमें सबक सिखाने की क्षमता छिपी होती है। उनकी ममता और चिंता का अहसास, हमें जीवन की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूक करता है। पिता का प्रेम स्थायी और अथक होता है, हमें हर कदम पर साथ देने का आशीर्वाद देता है।

#पिता पिता का प्रेम दिखाई नहीं देता, स्नेह और समर्पण में छुपा जाता है वो सच्चा व्यक्तित्व। उनकी कठिनाइयों और संघर्षों के पीछे, हमें सबक सिखाने की क्षमता छिपी होती है। उनकी ममता और चिंता का अहसास, हमें जीवन की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति जागरूक करता है। पिता का प्रेम स्थायी और अथक होता है, हमें हर कदम पर साथ देने का आशीर्वाद देता है। #विचार

117 Views