Nojoto: Largest Storytelling Platform

जीवन यथार्थ का दर्शन सदैव एकांत के क्षणों में ही ह

जीवन यथार्थ का दर्शन सदैव एकांत के क्षणों में ही होता है क्योंकि इस समय मनुष्य बाह्य आडंबरों से परे रहता है।

©Bharat Bhushan pathak
  #retro #यथार्थ