Nojoto: Largest Storytelling Platform

खुद से बात किए ज़माना हो गया है, तन्हा बैठे थे या

खुद से बात किए ज़माना हो गया है,

तन्हा बैठे थे या साथ में,

कुछ याद ही नही है,

शायद यही वजह है कि हम अदृश्य है,

खुद को हम भुलाए बैठे हैं,

भागते भागते कहीं खो गये है।

©Shabana Pathan
  #raindrops