Nojoto: Largest Storytelling Platform

हर तरफ ज़िक्र तेरा होता हैं मेरी आँखों को रौशनी दे

हर तरफ ज़िक्र तेरा होता हैं
मेरी आँखों को रौशनी दे दे
हर तरफ नागवार गम ही रहे
मुझे जैसी हो ज़िन्दगी दे दे
मेरी तबियत उदास रहती हैं 
मुझे मौसम ही कुछ सही दे दे
मेरे मौजूं बड़े ही काफ़िर हैं
खुदा तुम जैसा हमनसी दे दे 
बड़े तकलीफ से गुज़रा हुआ हूँ
मुझे पल भर की ही खुशी दे दे
चलो संघर्ष को आवाज दे दे
अपनी ताकत को नया ताज दे दे 
तुम तो अंधेर में ही आये थे
कोई जलता दिया न था तुममे
मैं अगर शांत हूँ तो मुल्जिम हूँ
एक दबी आग जल रही मुझमें

©Shubham yadav मैं मैं हूँ
हर तरफ ज़िक्र तेरा होता हैं
मेरी आँखों को रौशनी दे दे
हर तरफ नागवार गम ही रहे
मुझे जैसी हो ज़िन्दगी दे दे
मेरी तबियत उदास रहती हैं 
मुझे मौसम ही कुछ सही दे दे
मेरे मौजूं बड़े ही काफ़िर हैं
खुदा तुम जैसा हमनसी दे दे 
बड़े तकलीफ से गुज़रा हुआ हूँ
मुझे पल भर की ही खुशी दे दे
चलो संघर्ष को आवाज दे दे
अपनी ताकत को नया ताज दे दे 
तुम तो अंधेर में ही आये थे
कोई जलता दिया न था तुममे
मैं अगर शांत हूँ तो मुल्जिम हूँ
एक दबी आग जल रही मुझमें

©Shubham yadav मैं मैं हूँ

मैं मैं हूँ #ज़िन्दगी