समुंद्र की गहराई और पहाड़ों की ऊंचाई कौन जान पाया है... दिलों की राज और बिन मौसम बरसात कौन जान पाया है...... ऐ ग़फ़िर तू अपनी खबर रख यहां दूसरों के दर्द कौन जान पाया है... #नेहा परविन ©neha #dost