निद्रावस्था...⊙ नींद…नींद का ना आना… एक ऐसी…अवस्था है… जिसमें इंसान…थका तो टूटकर रहता है… किन्तु वह किसी…एक विषय को लेकर… सो नहीं पाता है…और यहाँ से… आरम्भ होता है…उसके भीतर…एक नवीन अध्याय का… जो ना ही तो…किसी को लेकर होता… और ना ही किसी के कारण…वह होता है #अंतर्मन_का_ज्ञान… आप उसे भौतिक ज्ञान भी…कह सकते हैं… या फिर उसे शाश्वत ज्ञान भी…कह सकते हैं… क्यूँकि यह उस एक क्षण में…उजागर होता है… या कहें तो इसकी उत्पत्ति…उस क्षण में होती है… जिस समय,समस्य आपके आस-पास के… सभी स्थानों पर केवल…केवल अँधेरे का साम्राज्य होता है… इस घने अँधेरे में…जगने वाली ज्योत को ही… #एकान्त_ज्ञान का…अनुभव लेना कहते हैं… शायर इसे तन्हाई कहते हैं…कवि इसे एकाकी कहते हैं… जोगी इसे रतजगा कहते हैं…संसार इसे #अकर्मण्यता का नाम देता है… एक मुनि इसे एकान्त…कहकर सम्बोधित करता है… परन्तु क्या आप ये जानते हैं…कि आपका ऐसा होना… स्वाभाविक नहीं…अपितु ये एक गहन अध्ययन के… गगनचुंबी पथ का समय है…और विश्वास कीजिए… जब आप ये सोचते हैं कि…आप अकेल जाग रहे हो… शेष सब सो रहे हैं…तो यह केवल… आपके तन का भय है…मन तो वशीभूत है… अपने ही रचित…इस #एकाकिनी_ब्रम्हाण्ड में… साथ ही साथ हम जहाँ…ये सोचते हैं कि… हमें नींद आनी चाहिए…वो क्यूँ नहीं आ रही… तो इसका कारण…केवल यह नहीं कि… आप सो ना पा रहे हैं…इसका दूसरा कारण… यह भी हो सकता है कि…कोई है जो वास्तव में… आपके साथ को तरस रहा है…या कहें तो आपके मिलन को… किसी का आपके प्रति प्रेम भी…#कदापि_कदापि… आपको #सोने_नहीं_देता ॥ #अनुभव✍️🧔🏻 #विचार_कीजिए ©पूर्वार्थ #नींद_नही_आती