गले लगना ज़रूरी है... फ़िर चाहे गले तुम लगाओ या मैं, हाथ थामना ज़रूरी है... फ़िर चाहे थोड़ा आगे तुम बढ़ो या मैं, चाहत दोनों को है... फ़िर शुरुआत तुम करो या मैं, साथ होना ज़रूरी है... फ़िर चाहे तुम संभालो या मैं, और सुना है मज़बूत हाथों ने हमेशा ही कोमल आंखों के आंसू पोंछे है, चलो बदलते हैं इस कहानी को भी, दर्द बांटना ज़रूरी है... फ़िर चाहे आंसू तुम पोंछो या मैं, हमारा साथ हंसना ज़रूरी है... फ़िर चाहे हंसाने वाली बात तुम करो या मैं, ये हमारा रिश्ता बहुत पवित्र है... फ़िर चाहे इसकी इबादत तुम करो या मैं, ये प्यार बहुत गहरा है... फ़िर चाहे तुम मुझमें डूबो या मैं...!! - Kiran ✍🏻❤️🧿 ©ख्वाहिश _writes #hugday