कैसे हो तुम काश ! पूछ लेते तुम वास्ता कैसा ये मेरा तुमसे रिश्ता क्या है मेरा तुमसे तुम पूछते तो सही कब घर से निकलते हो किस राह चलते हो और ऐसे क्यों भला भटकते हो तुम करवटे यूँ रात-रात बदलते क्यूँ हो तुम सिलवटों में भला किसे ढूंढते हो तुम कैसे हो तुम काश! पूछ लेते तुम जाने कब मुझसे पूछोगे तुम दास्तां जो दिल से ना निकले जज़्बात जो कागज़ पर ना उकेरे क्या उसे पढ़ लोगे तुम वक़्त के ये फासले तोड़ रहे मेरे हौसलें बोलो ना.. कब पूछोगे तुम कैसे हो तुम----अभिषेक राजहंस कैसे हो तुम #nojoto #nojotohindi