सुन लिया ना खामोशियों को, देख लिया ना अकेलेपन को, समेट लिया ना अवसाद को, औऱ कहते हो ठीक हो! कैसे रहते हो,सहते हो! कभी कुछ कहते हो, या नही बस... समझौता ही करते हो, हालात ,मज़बूरी साथ भी औऱ दूरी भी क्या बात करते हो,बहुत चुपचाप रहते हो, घुटते बहुत हो,कभी हँसते हो, ख़ैर औऱ बताओ,अब कम ही मिलते हो, विवेक सिंह राजावत। सुन लिया ना... #सुनलियाना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi अब कम मिला करते हैं वो लोग जो साथ रहा करते थे।