मेरी जीवन शैली साहित्य से ओत प्रोत है, बाहरी वातावरण से न जिसका कोई टोक है। लोकरचना की अभिव्यक्ति ही सार है मेरा, हृदय में रसों से छादित न कोई प्रसंग रोक है।। #साहित्य #हिन्दी #कविता #शायरी #गजल।