उसकी ख़ामोशी ने सब बयां कर दिया उम्र भर ग़ालिब यहीभूल करता ऱहा धूल चेहरेे पर थी अोर मैं आईना साफ करता रहा उम्र भर ग़ालिब यहीभूल करता रहा