बह रहा आँख से देख पानी मेरी । जिंदगी अब लिखेगी कहानी मेरी ।। १ रक्त उतना बदन में तुम्हारे भी है । फिर होती बता क्यों कुर्बानी मेरी ।। २ महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR #MurderOfHumanity