उदासी जब मन में छाने लगे, तन्हाईयां जब रुलाने लगे, जब हसरत-ए मंज़िल की जगह धुँआ धुआँ नज़र आने लगे, अतीत में की गई गलतियां जब याद आकर दिल दुखाने लगे, हर लम्हा साथ रहकर हंसाया पर कहीं दूर जाकर वो रुलाने लगे, जिन लम्हों को कोई तवज्जो नहीं दी वही हर पल याद आने लगे, तब समझ लेना की दिल दुखा है जब दिमाग भी दिल को समझाने लगे -किसलय कृष्णवंशी"निश्छल" #NojotoQuote