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बेटी बेटी बहुत खास होती है, इस बात का एहसास तब ह

बेटी   बेटी बहुत खास होती है,
इस बात का एहसास तब हुआ जब वह मेरा साथ छोड़ गई।
क्योंकि वह अपने पापा की प्यारी वाली बेटी है।
उसके पापा शायद अपने जीवन की आखिरी पड़ाव मैं है।
हमारे आगे जिंदगी पड़ी है।
जब से मिली थी...
जब तक साथ दिया और
जब साथ छोड़ गई...
कभी उसके सोच को बदल नहीं पाया,
हमेशा अपने से आगे उसके पापा को ही पाया।
देखो यारों ज्यादा दुनिया देखी नहीं मैंने,
लेकिन फिर भी दावा कर सकता हूं।
जिस भारत देश में रहता हूं,
यहां की बेटियां ऐसी होती है,
पति या प्रेमी से पहले बाप को इज्जत देती है।
चाहने वाले हजारों मिल जाएंगे,
बाप तो एक ही होता है।
जरा सोचो वह बेटी कीतनी खास होती है,
जो घर की साख बचाती है।
बिना किसी को कुछ बताएं सब कुछ सह जाती है।
लिखने को तो बहुत कुछ है,
शब्द कम पड़ जाएंगे क्योंकि बेटी अनोखी होती है।
अंत में सलाम उन सब बेटियों को,
जो अपने पिता का गौरव बढ़ाती है। #बेटी बहुत खास होती है,
इस बात का #एहसास तब हुआ जब वह मेरा साथ छोड़ गई।
#क्योंकि वह अपने पापा की #प्यारी वाली बेटी है।
उसके #पापा शायद अपने जीवन की #आखिरी पड़ाव मैं है।
हमारे आगे #जिंदगी पड़ी है।
जब से मिली थी...
जब तक साथ दिया और
जब साथ छोड़ गई...
बेटी   बेटी बहुत खास होती है,
इस बात का एहसास तब हुआ जब वह मेरा साथ छोड़ गई।
क्योंकि वह अपने पापा की प्यारी वाली बेटी है।
उसके पापा शायद अपने जीवन की आखिरी पड़ाव मैं है।
हमारे आगे जिंदगी पड़ी है।
जब से मिली थी...
जब तक साथ दिया और
जब साथ छोड़ गई...
कभी उसके सोच को बदल नहीं पाया,
हमेशा अपने से आगे उसके पापा को ही पाया।
देखो यारों ज्यादा दुनिया देखी नहीं मैंने,
लेकिन फिर भी दावा कर सकता हूं।
जिस भारत देश में रहता हूं,
यहां की बेटियां ऐसी होती है,
पति या प्रेमी से पहले बाप को इज्जत देती है।
चाहने वाले हजारों मिल जाएंगे,
बाप तो एक ही होता है।
जरा सोचो वह बेटी कीतनी खास होती है,
जो घर की साख बचाती है।
बिना किसी को कुछ बताएं सब कुछ सह जाती है।
लिखने को तो बहुत कुछ है,
शब्द कम पड़ जाएंगे क्योंकि बेटी अनोखी होती है।
अंत में सलाम उन सब बेटियों को,
जो अपने पिता का गौरव बढ़ाती है। #बेटी बहुत खास होती है,
इस बात का #एहसास तब हुआ जब वह मेरा साथ छोड़ गई।
#क्योंकि वह अपने पापा की #प्यारी वाली बेटी है।
उसके #पापा शायद अपने जीवन की #आखिरी पड़ाव मैं है।
हमारे आगे #जिंदगी पड़ी है।
जब से मिली थी...
जब तक साथ दिया और
जब साथ छोड़ गई...

#बेटी बहुत खास होती है, इस बात का #एहसास तब हुआ जब वह मेरा साथ छोड़ गई। #क्योंकि वह अपने पापा की #प्यारी वाली बेटी है। उसके #पापा शायद अपने जीवन की #आखिरी पड़ाव मैं है। हमारे आगे #जिंदगी पड़ी है। जब से मिली थी... जब तक साथ दिया और जब साथ छोड़ गई... #दुनिया #शब्द #विचार #सोच #सलाम #प्रेमी #इज्जत #हजारों #सह #गौरव