The story is 'तेरी यादों का सावन' तेरी यादों के सहारे गुजरेगा अब का सावन .. हुआ करता था जो त्योंहारों जैसा पावन तेरी यादों के सहारे गुजरेगा अब का सावन.. तू नहीं तो तेरी कमी में बारिश भी रूठी बरसे रे .. भोली भाली तेरी सुरत देखने को नैना तरसे रे.. तेरी खुशबू खोजती है अब तो पवन .. तेरी यादों के सहारे गुजरेगा अब का सावन ... हरियाली के पर्वतों में मेरा मन जब भी भटके रे .. तुझे देख मुस्कात पत्ते ही नहीं फूल भी मुरझे लटकें रे .. बादल भी ग़म के लिए फिरता है अब तो गगन .. तेरी यादों के सहारे गुजरेगा अब का सावन ... चींटीयां तेरा नाम लिखा करती थी कतार में वो भी सहमी फिरती हैं तेरे इंतज़ार में.. किरणें आजकल वो गिरती नहीं रंग बिरंगी थी जो तेरे प्यार में.. कच्चे ही गिर जातें हैं अब तो जामुन .. तेरी यादों के गुजरेगा अब का सावन .. आके लिपट जाती है वो चुनरी लगा रहा है जिससे दमन.. चंदा भी अबके धुंधला सा है नहीं चांदनी इतनी पावन.. तेरी यादों के सहारे गुजरेगा अब का सावन !! -VKD #savan