दूसरे की ढुल जाए ... तो कोई इकट्ठा नहीँ करता। - अदिती कपीश अग्रवाल ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_177 👉 अपनी छाछ को कोई खट्टा नहीं कहता लोकोक्ति का अर्थ --- अपनी चीज़ को कोई बुरा नहीं बताता। ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।