राही " लेकर तेरा ख्याल चला हूं , तु मंजिल मैं राही हूं , तु सफर मैं स्याही हूं , रोज तुझे लिखता हूं , तेरे और कुछ करीब होने के लिए , ये फासला तु कुछ बेजार कर , मैं राही हूं तेरा , ये फासला ये बेज़ारी तय करने के लिए , हर दम ये एहसास लेकर चला हूं , तेरे और करीब होने के लिए , कभी तु भी जिक्र कर , इस राही का हमराही सफर तय कर , जो भी ख्याल जाहिर कर , तसबुर में जाने कौन राही हो तेरा , जाने कौन सा ख्याल हो या सवाल , खुद से ही छुपाये बैठें हो . " --- रबिंद्र राम 👣👣👣👣👣👣👣👣 #ATfriendsnightpic • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ *Reposting Adorn this bg with your beautiful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts