जिंदगी में 'उम्मीदें' महल, 'सपने' खंडहर और 'मिनारें' खुद्दारी होती है, टकरा जाता हूं खुद से अक्सर,मेरी कुछ इस तरह भी खुद से 'यारी' होती है ।। जिंदगी में 'उम्मीदें' महल, 'सपने' खंडहर और 'मिनारें' खुद्दारी होती है, टकरा जाता हूं खुद से अक्सर,मेरी कुछ इस तरह भी खुद से 'यारी' होती है ।। -:नागवेन्द्र शर्मा (रघु) #nagvendrasharma #jaunelia #ईश्वर_सिगरेट_और_मैं #जुनून #मोहब्बत #दोस्ती #आखिरीमोहब्बत