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"शिकवा करने गए थे, और लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ तू

"शिकवा करने गए थे, और
लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ
तू समझ मेरी खामोशी और बोल
प्यार, ये शब्द भले ही छोटा है, लेकिन इसे एक्सप्रेस कर पाना काफी मुश्किल है
कई बार मन में प्यार रखने के बजाय इसे जताना भी ज़रूरी होता है"

©Karan Bobade
  #sadak शिकवा करने गए थे, और

लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ

तू समझ मेरी खामोशी और बोल

प्यार, ये शब्द भले ही छोटा है, लेकिन इसे एक्सप्रेस कर पाना काफी मुश्किल है
karanbobade3964

Karan Bobade

New Creator

#sadak शिकवा करने गए थे, और लम्हे कुछ पुराणी लिख दूँ तू समझ मेरी खामोशी और बोल प्यार, ये शब्द भले ही छोटा है, लेकिन इसे एक्सप्रेस कर पाना काफी मुश्किल है #शायरी

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