White दायरे तुम क्या तय करोगे मेरे, मेरे खुद के दायरे बहुत हैं! रोज होती है भूख से जद्दोजहद मेरी, सोनू, तेरे शहर में रावण बहुत हैं। ©अभिषेक मिश्रा "अभि" #Dussehra , #सोनू_की_कलम_से , #बस_यूँ_ही_अभिव्यक्ति, #रावण, #विजय_दशमी