#अपार_दुःख..
हमारी यह रचना उन माँ -बाप आधारित है जो अपनी सामर्थ्य से एक सुंदर सपने के घर का निर्माण करते हैं.. तथा अपने बच्चों का उनके बड़े होने तक यथावत खूब पालन पोषण करते हैं.. उनकी माँगों मे कोई कमी कभी भी नही करते हैं.. पर यही माँ बाप जब बूढ़े हो जाते हैं तो इन बच्चों के लिए बोझ बन जाते हैं.. जब जीवन के उस क्षण मे उन माँ बाप को अपने बच्चों की सर्वाधिक आवश्यकता होती है तो..तभी वे बच्चे उन्हें बेसहारा कर जाते हैं..
और ये बेचारे माँ बाप दिन रात रो रो कर बस एक ही आस मे जीते हैं तथा मर जाते हैं कि #yqbaba#yqdidi#yqquotes#yqthoughts#yqpoetry#yqsahitya