मित्र बना हो तो श्री कृष्ण और श्री कर्ण की तरह बनना जो उस समय मित्रता निभाये जब ये दुनिया आपकी बेरी हो जाये अकेला खड़े हो कर आपको रह दिखाए ओर आपके गलत होने पर भी आपका साथ निभाये मेरे मित्र