मैं हिंदुस्तान हूँ,,,,,,
मेरे साथ समय ने कुछ खेल ऐसा खेला है।
कि बदलाव के हर दौर में जख्म सिर्फ मैंने झेला है ।
हिंदुस्तान हूं मैं हर बार राजनीतिक खेल मेरे साथ
मेरे अपनों ने ही खेला है बदलाव के हर दौर में
मैंने खुद को अकेला देखा है।
मैंने हमेशा अपने ही बच्चों को
धर्म और जाति के नाम पर लड़ते देखा है। #Quote#Stories#wordporn#quoteoftheday#quotestagram#wordswag#yourquote#qotd
अच्छाइयों का शौक नहीं मुझ को
बुराइयों के साथ जीना अच्छा लगता है
किसी के साथ कि जरूरत नहीं मुझ को
क्योंकि तन्हाइयों में जीना अच्छा लगता है
शराब तो हर कोई पिता है लेकिन हम को
आँसु पी कर जीना अच्छा लगता है #विचार