Nojoto: Largest Storytelling Platform

शब्दों क़ा भार इतना ज्यादा कि मै ख़ुद ही उनके न

शब्दों क़ा  भार इतना ज्यादा
कि  मै  ख़ुद  ही उनके  नीचे  दबा जाता हू
अपने  ही  शव्दो  के जाल मे  ख़ुद  ही
उलझ  जाता  ह
लिखना क्या था  मुझे.
और  कुछ क़ा  कुछ  लिख
जाता   हू

©Parasram Arora
  शब्दों क़ा  भार
parasramarora4891

Parasram Arora

Bronze Star
New Creator
streak icon22

शब्दों क़ा भार #कविता

46 Views